कोरोना वायरस क्या है ? कोरोना वायरस के लक्षण , इससे बचाव के उपाय एवं इसका उपचार...... मि...
कोरोना वायरस क्या है?
कोरोना वायरस के लक्षण, इससे बचाव के उपाय एवं इसका उपचार......
मित्रों, पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस का कहर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिसकी शुरुआत चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर के सीफूड मार्केट (Wuhan
China Sea Food Market) से हुई। जहां सबसे पहले कोरोना की पहचान हुई, इस महामारी के केंद्र की तरह बन गया है।
आज के इस लेख में हम आपको कोरोना वायरस क्या है? तथा कोरोना वायरस के
लक्षण, इससे बचाव के उपाय एवं
इसके
उपचार के बारे
में बतानेs जा रहे हैं,
जिससे आप भी इस वायरस से सतर्क
रहें और बचे रह सके-
कोरोना वायरस
क्या है?
|
कोरोना वायरस एक ऐसा
वायरस है, जो इंसानों और जानवरों को बीमार कर सकता है। ये एक RNA
वायरस
है, जिसका मतलब ये है कि यह एक शरीर के अंदर कोशिकाओं में टूट जाता
है और उनका उपयोग खुद को पुन: उत्पन्न करने के लिए करता है।
चीन के वुहान में फैल रहा कोरोना वायरस पहले कभी नहीं देखा गया।
इसलिए इसके बारे में ज़्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है।
एक्सपर्ट्स
की मानें तो कोरोना वायरस एक ऐसे वायरस के परिवार से आता है जो मनुष्यों, मवेशियों, सूअरों, मुर्गियों, कुत्तों, बिल्लियों
और जंगली जानवरों को संक्रमित करता है।
वर्ल्ड
हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के
अनुसार,
यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा
है और इसकी शुरुआत चाइना के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाज़ार से ही
हुई मानी जा रही है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड़
रहे हैं। यह वायरस ऊंट, बिल्ली
और चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इस बात का अंदेशा भी जताया है कि यह वायरस एक व्यक्ति से
दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है।
कैसे फैलता है कोरोना वायरस?
|
कोरोना वायरस हवा के जरिए काफी तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे
व्यक्ति में प्रवेश कर लेता है। इसके अलावा यह लार के ज़रिए, खाँसने
और छींकने के साथ-साथ नज़दीकी संपर्क में आने और चुंबन या फिर बर्तन शेयर
करने से भी फैल सकता है।
क्योंकि यह फेफड़ों को
संक्रमित करता है, इसलिए खांसते वक्त
मुंह से निकले वाली बूंदें भी सामने मौजूद व्यक्ति को संक्रमित कर सकती हैं।
इससे आप समझ सकते हैं कि यह
कितना खतरनाक और बेहद आसानी और तेजी से फैलने वाला जानलेवा वायरस है, जो किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है।
कोरोना वायरस के लक्षण
|
कोरोना वायरस बेहद आम होते हैं। इसके शुरुआती लक्षणों से अंदाजा लगाया जा सकता है; सांस लेने में थोड़ी तकलीफ़, खांसी
या फिर बहती हुई नाक। लेकिन
कोरोना परिवार के कुछ वायरस बेहद ख़तरनाक़ होते हैं; जैसे सार्स (सिवियर एक्यूट रेसपिरेटरी सिंड्रोम) और मर्स
(मिडल ईस्ट रेसपिरेटरी सिंड्रोम)। वुहान से शुरू हुई इस महामारी के लिए जिम्मेदार विषाणु को
नॉवेल कोरोना वायरस या nCoV का नाम दिया गया है। मालूम पड़ता है कि ये कोरोना परिवार की एक नई नस्ल है, जिसकी पहचान अभी तक इंसानों में नहीं हो पाई थी। कोरोना
वायरस से संक्रमण के मामलों में ऐसा लगता है कि इसकी शुरुआत बुखार से होती है और
फिर उसके बाद सूखी खांसी का हमला होता है। हफ़्ते भर तक ऐसी ही स्थिति रही तो सांस की तकलीफ़ शुरू हो
जाती है, लेकिन गंभीर मामलों में ये संक्रमण निमोनिया या सार्स बन
जाता है, किडनी फेल होने की स्थिति बन जाती है और मरीज़ की मौत तक हो
सकती है। कोरोना के ज़्यादातर मरीज़ उम्रदराज़ लोग हैं, ख़ासकर वो जो पहले से ही पार्किंसन या डायबिटिज़ जैसी
बीमारियों से जूझ रहे हों।
कोरोना वायरस से बचने के उपाय
|
· संक्रमित व्यक्ति से कम से कम 1
मीटर से ज्यादा की दूरी बनाए रखें और N95 या N99 मास्क का इस्तेमाल करें।
· विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रभावित इलाके के लोगों को पहले से निर्धारित सामान्य एहतियाती उपाय बरतने की
सलाह दी है, ताकि संक्रमण के ख़तरे को
कम किया जा सके। इन उपायों में हाथ साफ़ रखना, मास्क पहनना और खान-पान की सलाह शामिल है।
· खांसी जुखाम या सांस लेने में तकलीफ होने पर जल्द से
जल्द डॉक्टर से मिले।
· सांसों की किसी तकलीफ़ से संक्रमित मरीज़ों के क़रीब जाने
से लोगों को बचने की सलाह दी गई है।
नियमित रूप से हाथ साफ़ करते रहें, ख़ासकर
किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के फौरन बाद, पालतू या जंगली जानवरों से दूर रहने की सलाह भी दी गई है। कच्चा या अधपका मांस खाने से मना भी किया गया है।
· परिवार में एक व्यक्ति के संक्रमित होने पर, उसके द्वारा
इस्तेमाल की जा रही वस्तुओं का इस्तेमाल ना करें एवं संक्रमित
व्यक्ति को ना छुएं।
कोरोना वायरस का इलाज क्या है?
|
कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी का इलाज सतर्कता और इससे बचाव
ही है,
इस वक्त कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है। इस वायरस के इलाज के
लिए वैक्सीन बनाने का काम वैज्ञानिक कर रहे हैं। एंटीबायोटिक दवाएं वायरस से
नहीं लड़तीं, इसलिए इनका उपयोग व्यर्थ
है। अभी तक कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं
है। भारत सरकार द्वारा सभी हवाई अड्डों पर थर्मल स्केनर लगाए गए हैं जिससे संक्रमित व्यक्ति की पहचान की जा सके और
भारत में इसे फैलने से रोका जा सके।
कितना घातक है कोरोना वायरस?
· चीन में पिछले कुछ दिनों में इस वायरस के संपर्क में आने
से मरने वालों की संख्या 212 को
पार कर गई है, साथ ही इससे संबंधित निमोनिया के अब तक 8000 से अधिक पुष्ट मामले सामने आए हैं।
·
चीन से बाहर 18 देशों में कोरोना वायरस के 82 मामलों
की पुष्टि हुई है।
कोरोना वायरस के थाईलैंड में 14, जापान
में 11, सिंगापुर में 10, दक्षिण कोरिया में चार, ऑस्ट्रेलिया
और मलेशिया में सात-सात, अमेरिका और फ्रांस में पांच-पांच, जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात में चार-चार और कनाडा में कोरोना
के तीन मामलों की पुष्टि हुई है।
·
तिब्बत को छोड़कर चीन के सभी प्रांतों
से कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं।
· दुनिया भर में कोरोना वायरस के केस
लगातार सामने आने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस को अंतर्राष्ट्रीय
आपातकाल घोषित कर दिया है।
· इस
वायरस का कोई पक्का इलाज ना होने के कारण भारत में भी इसकी जांच के लिए कई अस्पतालों और हवाई अड्डों को सतर्क किया गया है, जहां इसकी जांच की जा रही है।
दिल्ली
के एम्स AIIMS (All India Institute of Medical Science) और
RML (Ram Manohar Lohia) में कोरोना वायरस के लिए अलग वार्ड तक बनाए गए हैं।
COMMENTS