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‘‘हिन्दी व्याकरण‘‘ भाग-9 (वृत्ति एवं काल)

वृत्ति एवं काल, वर्तमान काल के भेद, भूत काल के भेद, भविष्यत काल के भेद, काल भेद की तालिका

वृत्ति एवं काल

वृत्तिः
            वृत्ति कोक्रियार्थभी कहते है, क्रियार्थ का अर्थ हैक्रिया का अर्थ या प्रयोजन इसका अर्थ यह है किक्रिया रुपकहने वाले अथवा करने वाले के किस प्रयोजन या वृत्ति की और संकेत करता है
क्रियार्थ के प्रकार - हिन्दी में वृत्ति अथवा क्रियार्थ के पांच भेद है
विध्यर्थ 
निश्चयार्थक 
संभावनार्थ
संकेतार्थ
सन्देहार्थ
जब आप यह कहते है कि आप की बात सुनकर सुनने वाला कुछ क्रिया करे, तब इस क्रियार्थ का प्रयोग होता है   इसेआज्ञार्थभी कहा जाता है   जैसे - ‘जरा बताइए  इसका अर्थ है कि सुनने वाला आपको वह बताए जो आपने पूछा है
क्रिया के जिस रुप से कार्य के होने या होने का अर्थ निश्चित रुप से प्रकट हो, वहाँनिश्चयार्थकहोता है । जैसे
. मैं लिखता हूँ
. सहसा बादल बरसने लगे . विवेक विद्यालय जाता है
विशेष जहाँ क्रियार्थ के अन्य चार भेद स्पष्ट नही होते, वहाँ निश्चयार्थक प्रकार माना जाता है
क्रिया के जिस रुप से किसी कार्य के होने की संभावना प्रकट हो, वहाँसंभावनार्थकहोता है । जैसे
. क्या पता, मेरा मकान तुम्हें पसँद भी आए
.कदाचित तुम वहाँ नही पहुँच सकोगे
जिस क्रिया रुप में एक काम का होना दूसरे कार्य पर निर्भर हो, उसेसंकेतार्थकहते है । यहाँ कार्यकारण एकदूसरे की ओर संकेत करते है । जैसे
वह आता तो उसे भी वरदान मिल जाता
क्रिया के जिस रुप से कार्य के होने में संदेह हो । जैसे
. वह मुझे याद करता होगा
. वह सो रहा होगा
. मैं पढ़ा होता, तो अवश्य पास हो गया होता  

काल- 
            क्रिया के जिस रुप से उसके होने अथवा करने के समय का बोध हो, उसे काल कहते है। काल के भेद -   काल के तीन भेद है-       . वर्तमान काल        . भूत काल      . भविष्यत काल

वर्तमान काल-
       क्रिया के जिस रुप से चल रहे समय का ज्ञान हो, उसे वर्तमान काल कहते है । जैसे – () राम पड़ता है    () वह लिखता है  
वर्तमान काल के भेद1. सामान्य वर्तमान 2. अपूर्ण वर्तमान एवं 3. संदिग्ध वर्तमान
सामान्य वर्तमान
अपूर्ण वर्तमान
संदिग्ध वर्तमान
क्रिया के जिस रुप से वर्तमान काल की क्रिया का सामान्य रुप में होना पाया जाए, उसे सामान्य वर्तमान काल कहते है । जैसे - () कमल पढ़ता है। () सीता लिखती है
अपूर्णका अर्थ हैअधूराक्रिया के जिस रुप से यह पता चले कि क्रिया अभी चालू है, उसे अपुर्ण वर्तमान काल कहते है। जैसे – () बन्दर नाच रहा है () धोबी कपड़े धो रहा है  
 क्रिया के जिस रुप से वर्तमान काल की क्रिया के होने से सन्देह पाया जाए, उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते है। जैसेरमेश आता होगा () गीता गाती होगी

भूतकाल-
       भूतकाल का अर्थ है बीता हुआ समय क्रिया के जिस रुप से बीते समय का ज्ञान हो, उसे भूतकाल कहते है जैसे - () वह गया ()   मैने पत्र लिखा  
भूतकाल के भेद. सामान्य भूतकाल २. आसन्न भूतकाल ३. पूर्ण भूतकाल ४. अपूर्ण भूतकाल ५. संदिग्ध भूतकाल एवं ६. हेतुहेतुमद् भूतकाल
.
सामान्य भूतकाल
-
क्रिया के जिस रुप से साधारणत; काम के बीते हुए समय में होना पाया जाए, उसे सामान्य भूतकाल कहा जाता है । जैसे -   () वह आया           () राम स्कूल गया
.
आसन्न भूतकाल
-
आसन्न का अर्थ हैनिकट इसमें यह माना जाता है कि काम भूतकाल में आरम्भ होकर अभी- अभी समाप्त हुआ है । जैसेसिपाही ने चोर को पकड़ लिया है
.
पूर्ण भूतकाल
-
क्रिया के जिस रुप से यह पता चले कि कार्य भूतकाल में ही पूरा हो गया था, उसे पूर्ण भूतकाल कहते है । जैसेमैने पत्र लिखा था   राधा ने गीत गाया था
.
अपूर्ण भूतकाल 
-
क्रिया के जिस रुप से भूतकाल में काम के होने का ज्ञान हो, किन्तु उसकी पूर्णता का पता चले, वहाँ अपूर्ण भूतकाल होता है । जैसे - () बच्चे खेल रहे थे  () गीता हँस रही थी
.
संदिग्ध भूतकाल 
-
संदिग्ध का अर्थ है सन्देह पूर्ण जब क्रिया के भूतकाल में होने पर सन्देह किया जाए, तब वहाँ संदिग्ध भूतकाल होता है । जैसे –() सुरेश ने पत्र लिखा होगा   () ललिता चली गई होगी
.
हेतुहेतुमद् भूतकाल
-
हेतुकारण को कहते है जिसमें भूतकाल की क्रिया के होने में कोई शर्त पाई जाए, उसे हेतुहेतुमद् भूतकाल कहते है । जैसे –() यदि मै आता तो वह चला जाता () यदि वह मेहनत करता, तो सफल होता
   
भविष्यत काल-
       जो आने वाले समय में क्रिया के होने का ज्ञान कराए, उसे भविष्यत काल कहते है । जैसे - . वह लिखेगा । २.कमला नाचेगी
भविष्यत काल के भेद - . सामान्य भविष्यत काल २. सम्भाव्य भविष्यत काल  एवं ३. हेतुहेतुमद् भविष्यत काल
.
सामान्य भविष्यत काल
-
भविष्यत काल की क्रिया के जिस रुप से आने वाले समय में क्रिया का सामान्य रुप में होना पाया जाए, उसे सामान्य भविष्यत काल कहते है। जैसे.राम पत्र लिखेगा   . सुधा नाचेगी
.
सम्भाव्य भविष्यत काल

भविष्यत काल की जिस क्रिया में सम्भावना पाई जाए, उसे सम्भाव्य भविष्यत काल कहते है। जैसे. शायद आज रात वर्षा हो   . शायद वे जाए
.
हेतुहेतुमद् भविष्यत काल

क्रिया के जिस रुप से यह जाना जाए कि भविष्यत काल की क्रिया का होना किसी दूसरी क्रिया के होने पर आधारित है, उसे हेतुहेतुमद् भविष्यत काल कहते है । जैसे. यदि तुम आओगे, तो मैं चँलूगा । २. यदि शत्रु हमला करेगा, तो मुँह की खाएगा

काल भेद की तालिका-

वर्तमान काल
 सामान्य वर्तमान
 अपूर्ण वर्तमान
 संदिग्ध वर्तमान
वह पत्र लिखता है
वह पत्र लिख रहा है
वह पत्र लिखता होगा



भूतकाल

सामान्य भूतकाल

आसन्न भूतकाल

पूर्ण भूतकाल

अपूर्ण भूतकाल

संदिग्ध भूतकाल

हेतुहेतुमद भूतकाल
उसने पत्र लिखा
उसने पत्र लिख लिया है
वह पत्र लिख चूका था
वह पत्र लिख रहा था
उसने पत्र लिख लिया होगा
यदि वह पत्र लिखता तो, भेजता
भविष्यत काल
सामान्य भविष्यत
संभाव्य भविष्यत 
हेतुहेतुमद भविष्यत
वह पत्र लिखेगा
शायद वह पत्र लिखे
यदि वह पत्र लिखेगा, तो उसे भेज देगा
रुप रचना वर्तमान काललिखनासकर्मक धातु सामान्य वर्तमान-
एकवचन
बहुवचन
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु. मैं लिखता हूँ 
मैं लिखती हूँ
हम लिखते है 
हम लिखती है
.पु. तू लिखता है
तु लिखती है
तुम लिखते हो
तुम लिखती हो
.पु. वह लिखता है
वह लिखती है
वे लिखते है 
वे लिखती है
अपूर्ण वर्तमान काल-
एकवचन
बहुवचन
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु. मैं लिख रहा हूँ 
मैं लिख रही हूँ 
हम लिख रहे है 
हम लिख रही है
.पु. तू लिख रहा है
तू लिख रही है
तुम लिख रहे हो
तुम लिख रही हो
.पु. वह लिख रहा है
वह लिख रही है
वे लिख रहे है
वे लिख रही है 

संदिग्ध वर्तमान-
एकवचन
बहुवचन
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु. मैं लिखता हूँगा
मैं लिखती हूँगी
हम लिखते होगे
हम लिखती होगी
.पु. तू लिखता होगा
तू लिखती होगी
तुम लिखते होगे
तुम लिखती होगी
.पु. वह लिख रहा है 
वह लिख रही है
वे लिखते होगे 
वे लिखती होगी

भुतकाल- सामान्य भूत

एक वचन
बहुवचन
.पु.
मैंने लिखा
हमने लिखा
.पु.
तूने लिखा
तुमने लिखा
.पु.
उसने लिखा
उन्होंने लिखा

आसन्न भूत-

एक वचन
बहुवचन
.पु.
मैंने लिखा है
हमने लिखा है
.पु.
तूने लिखा है
तुमने लिखा है
.पु.
उसने लिखा है
उन्होंने लिखा है

पुर्ण भूत-

एक वचन
बहुवचन
.पु.
मैंने लिखा था
हमने लिखा था
.पु.
तूने लिखा था
तुमने लिखा था
.पु.
उसने लिखा था
उन्होंने लिखा था
      
अपूर्ण भूत-

एक वचन
बहुवचन
.पु.
मैं लिख रहा था
हम लिख रहे थे
.पु.
तू लिख रहा था
तुम लिख रहे थे
.पु.
वह लिख रहा था
वे लिख रहे थे

संदिग्ध भूत-

एक वचन
बहुवचन
.पु.
मैंने लिखा होगा
हमने लिखा होगा
.पु.
तूने लिखा होगा 
तुमने लिखा होगा
.पु.
उसने लिखा होगा
उन्होंने लिखा होगा

हेतुहेतुमद भूत-

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
यदि मैं लिखता
यदि मैं लिखती
यदि हम लिखते
यदि हम लिखती
.पु.
यदि तू लिखता
यदि तू लिखती
यदि तुम लिखते
यदि तुम लिखती
.पु.
यदि वह लिखता
यदि वह लिखती
यदि वे लिखते
यदि वे लिखती

भविष्यत् काल-
.            सामान्य भविष्यत् -

एकवचन पु./स्त्री
बहुवचन पु./स्त्री
.पु.
मैं लिखुगाँ /गी
हम लिखेंगे /गी
.पु.
तू लिखेगा/गी
तुम लिखोगे/गी
.पु.
वह लिखेगा/गी
वे लिखेगे/गी

.            संभाव्य भविष्यत्-

एक वचन
बहुवचन
.पु.
(शायद) मैं लिखूँ
(शायद) हम लिखें
.पु.
(शायद) तू लिखे
(शायद) तुम लिखो
.पु.
(शायद) वह लिखे
(शायद) वे लिखे

.            हेतुहेतुमद् भविष्यत्-

एकवचन पु./स्त्री
बहुवचन पु./स्त्री
.पु.
(यदि) मैं लिखूँगा/गी
(यदि) हम लिखेंगे/गी
.पु.
(यदि) तू लिखेगा/गी
(यदि) तुम लिखोगे/गी
.पु.
(यदि) वह लिखेगा/गी
(यदि) वे लिखेगे/गी

हँसनाअकर्मक धातु वर्तमान काल
.            सामान्य वर्तमान

एकवचन
बहुवचन

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
मैं हँसता हूँ 
मैं हँसती हूँ
हम हँसते है
हम हँसती है
.पु.
तू हँसता है
तू हँसती है
तुम हँसते हो
तुम हँसती हो
.पु
वह हँसता है 
वह हँसती है
वे हँसते है
वे हँसती है

.            अपूर्ण वर्तमान

एकवचन
बहुवचन

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
मैं हँस रहा हूँ
मैं हँस रही हूँ
हम हँस रहे हैं
हम हँस रही है
.पु.
तू हँस रहा है
तू हँस रही है
तुम हँस रहो हो
तुम हँस रहो हो
.पु
वह हँस रहा है 
वह हँस रही है
वे हँस रहे है
वे हँस रही है

.            संदिग्ध वर्तमान

एकवचन
बहुवचन

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
मैं हँसता हूँगा 
मैं हँसती हूँगी
हम हँसते होगे
हम हँसती होगी
.पु.
तू हँसता होगा
तू हँसती होगी
तुम हँसते होगे 
तुम हँसती होगी
.पु
वह हँसता होगा
वह हँसती होगी
वे हँसते होगे
वे हँसती होगी

भूतकाल-
.            सामान्य भूत-

एकवचन
बहुवचन

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
मैं हँसा
मैं हँसी
हम हँसे
हम हँसी
.पु.
तू हँसा
तुम हँसी
तुम हँसे
तुम हँसी
.पु
वह हँसा
वह हँसी
वे हँसे
वे हँसी

.            आसन्न भूत-

एकवचन
बहुवचन

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
मैं हँसा हूँ
मैं हँसी हूँ
हम हँसे है
हम हँसी है
.पु.
तू हँसा है
तू हँसी है
तुम हँसे हो
तुम हँसी हो
.पु
वह हँसा है
वह हँसी है
वे हँसे है
वे हँसी है
.            पूर्ण भूत-

एकवचन
बहुवचन

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
मैं हँसा था
मैं हँसी थी
हम हँसे थे
हम हँसी थी
.पु.
तू हँसा था
तू हँसी थी
तुम हँसे थे
तुम हँसी थी
.पु
वह हँसा था
वह हँसी थी
वे हँसे थे
वे हँसी थी
.            अपूर्ण भूत-

एकवचन
बहुवचन

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
मैं हँस रहा था
मैं हँस रही थी
हम हँस रहे थे
हम हँस रही थी
.पु.
तू हँस रहा था
तू हँस रही थी
तुम हँस रहे थे
तुम हँस रही थी
.पु
वह हँस रहा था
वह हँस रही थी
वे हँस रहे थे
वे हँस रही थी
.            संदिग्ध भूत-

एकवचन
बहुवचन

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
मैं हँसा होऊँगा
मैं हँसी हूँगी
हम हँसे होगे
हम हँसी होगी
.पु.
तू हँसा होगा
तू हँसी होगी
तुम हँसे होगे
तुम हँसी होगी
.पु
वह हँसा होगा 
वह हँसी होगी
वे हँसे होगे
वे हँसी होगी

.            हेतु-हेतु-मद् भूत-

एकवचन
बहुवचन

पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
.पु.
यदि मैं हँसता
यदि मैं हँसती
यदि हम हँसते
यदि हम हँसती
.पु.
यदि तू हँसता
यदि तू हँसती
यदि तुम हँसते
यदि तुम हँसती
.पु
यदि वह हँसता
यदि वह हँसती
यदि वे हँसते
यदि वे हँसती

भविष्यत काल
.            सामान्य भविष्यत-

एकवचन पु./स्त्री
बहुवचन पु./स्त्री
.पु.
मैं हँसुगा/हँसूगी
हम हँसेगे/हँसेगी
.पु.
तू हँसेगा/हँसेगी
तुम हँसोगे/हँसोगी
.पु.
वह हँसेगा/हँसेगी
वे हँसेगे/हँसेगी
.            संभाव्य भविष्यत-

एकवचन पु./स्त्री
बहुवचन पु./स्त्री
.पु.
(शायद) मैं हँसू
(शायद) हम हँसे
.पु.
(शायद) तू हँसे
(शायद)तुम हँसो
.पु.
(शायद) वह हँसे
(शायद) वे हँसे
     
.            हेतुहेतुमद् भविष्यत-

एकवचन पु./स्त्री
बहुवचन पु./स्त्री
.पु.
(यदि) मैं हँसूगा
(यदि) हम हँसेगे/हँसेगी
.पु.
(यदि) तू हँसेगा/हँसेगी
(यदि) तुम हँसोगे/हँसोगी
.पु.
(यदि) वह हँसेगा/हँसेगी
(यदि) वे हँसेगे/हँसेगी

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10 प्रेरणादायक सुविचार,1,31वें संविधान संशोधन से लेकर 60वें संविधान संशोधन तक,1,61वें संविधान संशोधन से लेकर 90वें संविधान संशोधन तक,1,91वें संविधान संशोधन से लेकर 93वें संविधान संशोधन तक,1,अनुच्छेद एवं सम्बन्धित विवरण,1,अब तक IPL के इतिहास में हुआ सुपर ओवर,1,आब्जेक्टिव कम्प्यूटर ज्ञान,2,उत्तर प्रदेश कैबिनेट की सूची,1,उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन,1,उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष,1,उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान (भाग-एक),1,ऑस्ट्रेलियन ओपन,1,कम्प्यूटर ज्ञान,1,कम्प्यूटर सम्बन्धी महत्वपूर्ण शब्दावली,1,कम्प्यूटर सामान्य ज्ञान,3,केन्द्रशासित प्रदेशों के उप-राज्यपाल,1,केन्द्रीय कैबिनेट की नवीनतम सूची,1,कोरोना वायरस क्या है? कोरोना वायरस के लक्षण,1,क्रिया,1,गज (हाथी) अभयारण्य,1,नारे,1,पहले संविधान संशोधन से लेकर 30वें संविधान संशोधन तक,1,प्रतियोगिता परीक्षाओं हेतु कम्प्यूटर नोट्स,1,प्रमुख मुहावरे व उनके अर्थ,1,प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान एव अभयारण्य,2,प्रमुख राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय दिवसों की सूची,1,प्रमुख लोकोक्तियाँ व उनका अर्थ,3,प्रशासक एवं मुख्यमंत्रियों की सूची,1,प्राचीन भारत का इतिहासः एक परिचय,1,फ्रेंच ओपन,1,बाघ अभयारण्य,1,ब्रिटिश राज मे जनजातीय विद्रोह,1,भारत का राष्ट्रीय आन्दोलन,1,भारत का संवैधानिक विकास,1,भारत के राज्यों के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्रियों की सूची,1,भारतीय अर्थव्यवस्था,1,भारतीय आँकड़े एक झलक,1,भारतीय परिवहन,1,भारतीय भूगोल,1,भारतीय राजव्यवस्था,1,भारतीय संविधान के संशोधन,4,मुहावरे,1,मुहावरे एवं लोकोक्ति में अन्तर,1,यू.एस. ओपन टेनिस – 2019,1,राष्ट्रीय आन्दोलन की महत्वपूर्ण तिथियाँ,1,राष्ट्रीय स्वतन्त्रता आन्दोलन अवधि में बनी महत्वपूर्ण संस्थाएँ,1,राष्ट्रीय स्वतन्त्रता आन्दोलन सम्बन्धी प्रमुख वचन,1,लोकोक्तियाँ (कहावतें),2,विंबलडन ओपन टेनिस,1,विधानपरिषद,1,विधानसभा एवं विधानपरिषद,2,विधानसभाओं में सदस्य संख्या,1,वृत्ति एवं काल,1,संविधान के भाग,1,संसदीय शब्दावली,1,समास,1,सुपर ओवर के नियम,1,सुविचार,1,स्वाधीनता संग्राम से सम्बन्धित पत्र/पत्रिकाएँ एवं पुस्तकें,1,हिन्दी के महत्वपूर्ण साहित्यकार एवं उनकी रचनाएँ,1,हिन्दी व्याकरण,7,IPL टीमों के शब्द संक्षेप,1,
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Pariksha Sankalp: ‘‘हिन्दी व्याकरण‘‘ भाग-9 (वृत्ति एवं काल)
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वृत्ति एवं काल, वर्तमान काल के भेद, भूत काल के भेद, भविष्यत काल के भेद, काल भेद की तालिका
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